मीडिया मिर्ची, 28 अक्टुबर 2015
नई दिल्ली। आजीविका के जद्दोजहद पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की प्रदर्शनी “जीविका 2015 : 12वें एशिया लाइवलीहुड डॉक्यूमेंट्री फेस्टिवल” के शुभारंभ की घोषणा कर दी गई है। एशिया स्तर की यह फिल्म प्रदर्शनी इस वर्ष 30, 31 अक्टूबर व 1 नवंबर को सीरीफोर्ट ऑडिटोरियम में की जाएगी। थिंकटैंक सेंटर, सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस वार्षिक प्रदर्शनी में इस वर्ष दौरान कुल 26 डॉक्यूमेंट्री फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। श्रेष्ठ फिल्मों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
फेस्टिवल डाइरेक्टर व सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस) के मनोज मैथ्यू ने बताया इस वर्ष 13 देशों से कुल 115 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई थीं जिनमें से 19 श्रेष्ठ फिल्मों को स्क्रीनिंग के लिए चुना गया है। मनोज ने बताया कि जीविका फेस्टिवल की लोकप्रियता अब एशिया के देशों से निकलकर यूरोप और अमेरिका तक पहुंच गई है। यही कारण हैं कि इस वर्ष अमेरिका, कनाडा आदि देशों से भी प्रविष्ठियां आई थीं।
सीसीएस के एसोसिएट डाइरेक्टर (एडवोकेसी) अमित चंद्र ने बताया कि डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के दौरान हमारे साथ फिल्म निर्माता व उनकी टीम के सदस्य भी मौजूद रहेंगे और परिचर्चा के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसके अतिरिक्त रिपील लॉ (कानून उन्मूलन) व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (व्यापार करने की आसानी) विषयों पर पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया जा रहा है। अमित ने बताया कि इस वर्ष पांच श्रेणियों; बेस्ट एडिटिंग, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी, बेस्ट स्टूडेंट, बेस्ट शॉर्ट, बेस्ट फीचर में फिल्मों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पॉलिसी पर आधारित एक श्रेष्ठ फिल्म को फ्रीडम अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
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