New Delhi, (11/12/2018) : थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी द्वारा आगामी 14 दिसंबर को चौथे वार्षिक इंटरनेशनल शॉर्ट फिल्म कॉम्पटीशन (एडुडॉक) का आयोजन किया जा रहा है।
फिल्म कॉम्पटीशन का विषय "शिक्षा की राह की चुनौतियां और समाधान है"। इस कार्यक्रम के दौरान इंडिया हैबिटेट सेंटर में श्रेष्ठ फिल्मों की स्क्रीनिंग व अवार्ड फंक्शन का आयोजन किया जाएगा।
सरहदें अलग, सरकारें अलग, भौगोलिक परिस्थितियां अलग लेकिन शिक्षा को लेकर दुनियाभर की चिंता एक है।
गुणवत्ता युक्त शिक्षा और 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल विकास। अग्रणी थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी द्वारा आयोजित इंटरनेशनल शॉर्ट-फिल्म कॉम्पटीशन (एडुडॉक) के लिए 104 देशों से प्राप्त हुई प्रविष्ठियां और उनके माध्यम से जताई गई चिंताएं कम से कम यही साबित करती हैं।
कॉम्पटीशन की श्रेष्ठ प्रविष्ठियों की स्क्रीनिंग और अवार्ड समारोह आगामी 14 दिसंबर को इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित किया जाएगा।
श्रेष्ठ फिल्मों की स्क्रीनिंग देशभर में विभिन्न मंचों पर की जाएगी और फिल्मों में सुझाए गए समाधान से सरकार व नीति निर्माताओं को अवगत कराया जाएगा।
इंटरनेशनल शॉर्ट-फिल्म कॉम्पटीशन (एडुडॉक) की कोआर्डिनेटर सुनयना माथुर ने बताया "कि इस वर्ष कॉम्पटीशन का विषय "एजुकेशनः रेग्युलेटरी चैलेंजेज़, इनोवेशन्स एंड सोल्युशन" रखा गया है।
इस कॉम्पटीशन के लिए 104 देशों से नए और प्रतिष्ठित फिल्म निर्माताओं की कुल 1741 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं"।
सुनयना ने बताया कि "अधिकांश फिल्मों में उस देश में शिक्षा की गुणवत्ता और 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल विकास प्रशिक्षण की कमी को रेखांकित किया गया है"।
फिल्म की स्क्रीनिंग और अवार्ड समारोह के दौरान फिल्म निर्माताओं के साथ साथ शिक्षाविद्, नीति-निर्माता व अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित रहेंगे।