दावों के उलट देश में कम हुई आर्थिक आजादी, 112वें पर पायदान पर पहुंचा भारत

अमर उजाला | 17 September 2016

कारोबार की सहूलियत के सरकारी दावे के बावजूद देश में आर्थिक आजादी पहले के मुकाबले कम हो गई है। यह बात एक ताजा रिपोर्ट में सामने आई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फ्रीडम इंडेक्स में भारत 10 पायदान पिछड़कर 112वें स्थान पर पहुंच गया है।

भारत के प्रमुख पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और कनाडा के फ्रेजर इंस्टीट्यूट द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित इकनॉमिक फ्रीडम ऑफ द वर्ल्ड : 2016 सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 159 देशों और क्षेत्रों की इस सूची में विधि व्यवस्था और नियमन जैसी अनेक श्रेणियों में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।

इस इंडेक्स में यद्यपि चीन, बांग्लादेश और पाकिस्तान भारत से पीछे क्रमश: 113वें, 121वें और 133वें पायदान पर रहे, लेकिन भूटान (78), नेपाल (108) और श्रीलंका (111) का प्रदर्शन भारत से बेहतर रहा।

सिर्फ ‘सरकार का आकार’श्रेणी में हुआ बेहतर प्रदर्शन

सूचकांक के एकमात्र श्रेणी ‘सरकार का आकार’ में भारत का प्रदर्शन बेहतर दिखा है, जहां यह आठवें पायदान पर है। शेष सभी श्रेणियों में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक है।

विधि व्यवस्था और संपत्ति का अधिकार में यह 86वें पर, साउंड मनी में यह 130वें पर, वैश्विक व्यापार की आजाद में यह 144वें पर और नियमन में यह 132वें पर है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सर्वाधिक आर्थिक आजादी हांगकांग में है।

इसके बाद क्रमश: सिंगापुर, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड, कनाडा, जॉर्जिया, आयरलैंड, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, आस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में लोगों को सर्वाधिक आर्थिक आजादी हासिल है।

दुनिया में सबसे कम आर्थिक आजादी वाले 10 देशों में रहे ईरान, अल्जीरिया, चाड, गीनिया, अंगोला, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, अर्जेंटीना, रिपब्लिक ऑफ कांगो, लीबिया और सूचकांक में सबसे पीछे है वेनेजुएला।

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