नई दिल्ली। सरहदें अलग, सरकारें अलग, भौगोलिक परिस्थितियां अलग लेकिन शिक्षा को लेकरदुनियाभर की चिंता एक है- गुणवत्ता युक्त शिक्षा और 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशलविकास। अग्रणी थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी द्वारा आयोजित इंटरनेशनलशॉर्ट-फिल्म कॉम्पटीशन (एडुडॉक) के लिए 104 देशों से प्राप्त हुई प्रविष्ठियां औरउनके माध्यम से जताई गई चिंताएं कम से कम यही साबित करती हैं। कॉम्पटीशन कीश्रेष्ठ प्रविष्ठियों की स्क्रीनिंग और अवार्ड समारोह आगामी 14 दिसंबर को इंडियाहैबिटेट सेंटर में आयोजित किया जाएगा। श्रेष्ठ फिल्मों की स्क्रीनिंग देशभर में विभिन्नमंचों पर की जाएगी और फिल्मों में सुझाए गए समाधान से सरकार व नीति निर्माताओं कोअवगत कराया जाएगा।
– शिक्षा के क्षेत्र की चुनौतियों, नवाचारों व समाधान विषय पर आधारितइंटरनेशनल शॉर्ट-फिल्म कॉम्पटीशन 'एडुडॉक' की स्क्रीनिंग 14 को
इंटरनेशनल शॉर्ट-फिल्म कॉम्पटीशन (एडुडॉक) कीकोआर्डिनेटर सुनयना माथुर ने बताया कि इस वर्ष कॉम्पटीशन का विषय इस वर्ष 'एजुकेशनः रेग्युलेटरी चैलेंजेज़, इनोवेशन्स एंड सोल्युशन' रखा गया है। इस कॉम्पटीशन के लिए 104 देशों से नए और प्रतिष्ठित फिल्म निर्माताओं की कुल1741 प्रविष्ठियां प्राप्त हुई हैं।
– 104 देशों से प्राप्त 1741 प्रविष्ठियों में से श्रेष्ठ 8 की होगीस्क्रीनिंग, विजेता होंगे सम्मानित
सुनयना ने बताया कि अधिकांश फिल्मों में उसदेश में शिक्षा की गुणवत्ता और 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल विकास प्रशिक्षण कीकमी को रेखांकित किया गया है। फिल्म की स्क्रीनिंग और अवार्ड समारोह के दौरानफिल्म निर्माताओं के साथ साथ शिक्षाविद्, नीति-निर्माता व अन्य प्रबुद्ध जनउपस्थित रहेंगे।