भारत के 268 थिंकटैंक में से सिर्फ 6 दुनिया के शीर्ष 150 में
भारत के पास 268 थिंकटैंक हैं, लेकिन उनमें से महज 6 ऐसे हैं, जो विश्व स्तर पर प्रतिभा रखते हैं। एक ताजा रपट के मुताबिक देश के सिर्फ छह थिंक टैंक दुनिया के शीर्ष 150 थिंक टैंक में शामिल हैं। पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के थिंक टैंक एंड सिविल सोसायटीज प्रोग्राम (टीटीसीएसपी) के '2013 ग्लोबल गो टू थिंक टैंक्स रिपोर्ट' के मुताबिक भारत में 268 थिंक टैंक हैं और संख्या के मामले में यह दुनिया में चौथे स्थान पर है। इससे ऊपर अमेरिका में 1828, चीन में 426 और ब्रिटेन में 287 थिंक टैंक हैं।
पिछले सप्ताह यहां विश्व बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 2013 के लिए थिंक टैंकों की एक सूची जारी की गई। दुनिया के 30 अन्य शहरों में भी रिपोर्ट जारी की गई, जिसका अनुवाद 13 भाषाओं में किया गया, जिसमें शामिल हैं अरबी, चीनी, फ्रेंच, जर्मन, हिब्रू, हिंदी, इटालियन, जापानी, कोरियन, पोलिश, पुर्तगाली, स्पेनिश और तुर्की।
कार्यक्रम के निदेशक जेम्स मैकगन ने कहा, "सूचकांक इसलिए तैयार किया गया है, ताकि दुनियाभर में लोक नीति शोध क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट केंद्रों की पहचान की जा सके।" सूचकांक में लगातार छठे साल ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूट अव्वल रहा।
भारतीय संस्थान, सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस) को सूचकांक में 50वां स्थान दिया गया। अन्य भारतीय संस्थानों में हैं इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (102), इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकनॉमिक रिलेशंस (105), द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (107), ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (114) और डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स (140)।
शीर्ष गैर-अमेरिकी थिंक टैंकों की सूची में तीन भारतीय संस्थान शामिल रहे। ये हैं सेंटर फॉर सिविल सोसायटी, इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए) और एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी)।
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