हिंदुस्तान, 28 अक्टूबर 2015
नई दिल्ली कार्यालय संवाददाता 30 अक्तूबर से शुरू हो रहे 12वें जीविका एशिया लाइवलीहुड डॉक्यूमेंट्री फेस्टिवल 2015 में इस बार 26 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। वहीं एक नवंबर को 6 श्रेणियों में फिल्मों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
जीविका की जद्दोजहद पर आधारित डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शनी में इस बार दिल्ली की सड़कों का खौफ नजर आएगा। वहीं दिल्ली की सड़कों पर फैले डर के बावजूद महिलाओं का काम करने का जज्बा भी दिखेगा।
सोमवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में सेंटर फॉर सिविल सोसायटी के फेस्ट निदेशक मनोज मैथ्यू ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले इस आयोजन में इस बार देश-विदेशों से 115 डॉक्यूमेंट्री आईं हैं। इनमें से 19 डॉक्यूमेंट्री को पुरस्कृत करने के लिए चुना गया है। जबकि तीन दिवसीय फेस्ट में 26 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
वहीं सह-निदेशक अमित चंद्रा ने बताया कि सरकारी नीतियों की जानकारी आम लोगों को डॉक्यूमेंट्री से कराने के लिए यह फेस्ट आयोजित किया जाता है। इस बार चुनी गई डॉक्यूमेंट्री में 7 विद्यार्थियों की बनाई फिल्में हैं। इनमें हाल ही में विवाद का मुद्दा बने बीफ पर भी डॉक्यूमेंट्री शामिल है। फेस्ट की शुरुआत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त डॉक्यूमेंट्री से होगी।
ये सभी फिल्में शोध के बाद बनाई गई हैं। फेस्ट के दौरान विभिन्न जरूरी मुद्दों पर और डॉक्यूमेंट्री में उठाए गए सवालों पर पैनल डिस्कशन भी होगा। इस दौरान दिल्ली और महाराष्ट्र में वर्तमान दौर में गैर-जरूरी साबित हो रहे कानूनों पर भी चर्चा की जाएगी।
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